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स्टीफन विलियम हॉकिंग (८ जनवरी १९४२– १४ मार्च २०१८) दुनिया के सबसे महान साइंटिस्ट स्टीफन हॉकिंग इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। वे 76 साल के थे

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उनकी मौत की जानकारी परिवार के हवाले से आई है। हाकिंग के तीनों बच्‍चों लूसी, रोबर्ट और टिम की ओर से जारी एक साझा बयान में कहा गया कि उनकी मौत से परिवार को गहरा धक्‍का लगा है। उन्‍होंने कहा कि उनके पिता एक महान वैज्ञ‍ानिक और असाधारण इंसान थे। उनकी ओर से किए गए काम को सालों तक याद किया जाएगा। बता दें कि हॉकिंग पर थियरी ऑफ एवरी थिंग्‍स के नाम से फिल्‍म भी बन चुकी है। इसमें मशहूर अभिनेता एडी रेडमैन ने उनकी भूमिका निभाई थी। हॉकिंग 1963 में ही मोटर न्‍यूरॉन डिसीज का शिकार हो गए थे।

 

 

स्टीफन विलियम हॉकिंग (८ जनवरी १९४२– १४ मार्च २०१८)

हॉकिंग सबसे ज्यादा चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने भगवान के अस्तित्व को ही नकार दिया था। हॉकिंग ने ब्लैकहोल और बिगबैंग थ्योरी को समझने में अहम योगदान दिया था। उनका मानना था ब्रम्हांड किसी अलौकिक शक्ति ने नहीं बनाया बल्कि ये खुद बना था।

 

 

स्टीफन हॉकिंग ने कहा था कि भगवान का अस्तित्व नहीं है और मैं ‘नास्तिक’ हूं, तो पूरी दुनिया में तहलका मच गया था।

हॉकिंग का मानना था कि ब्रह्मांड एक अनोखा और अद्भुत डिजाइन है, लेकिन इसका भगवान से कोई लेना देना नहीं है। वे कहते थे कि साइंस  ‘The Theory of Everything’ के करीब आ रहा है। हर चीज का तर्क आपको मिल जाएगा और जब ऐसा होता है तो हम भव्य डिजाइन को जान जाएंगे।

 

 

हॉकिंग ने 2014 में स्पैनिश भाषा के समाचार पत्र एल मुंडो के पत्रकार पाब्लो जरुगुई को दिए साक्षात्कार में ये बातें कही थीं। उन्होंने कहा, हम एक बहुत ही औसत तारे के एक छोटे ग्रह पर बसे बंदरों की उन्नत नस्ल हैं। मगर, हम ब्रह्मांड को समझ सकते हैं

 

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