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कोरोना की दवा आखिरी चरण का ट्रायल अमेरिकी कंपनीअप्रैल में आ सकती है आ सकती है दवा

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अप्रैल में आ सकती है कोरोना की दवा! आखिरी चरण का ट्रायल कर रही है अमेरिकी कंपनी

कोरोना के भयावह संकट के सामने खड़ी दुनिया के लिए इस समय Remdesivir एक आशा भरा शब्द बन कर आया है. दरअसल अमेरिका की फार्मा कंपनी Gilead Sciences Inc की दवा Remdesivir को कोरोना संक्रमण के इलाज के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है. इस दवा का परीक्षण अपने महत्वपूर्ण चरण में चल रहा है.

23 मार्च को Remdesivir को अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने orphan drug का दर्जा दिया था. ये दर्जा उन दवाओं को दिया जाता है जिनमें किसी रोग को ठीक कर सकने की संभावित क्षमता दिखाई देती है. इन्हें orphan या अनाथ इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनका व्यावसायिक उत्पादन रुका होता है और इसके लिए सरकारी सपोर्ट की जरूरत होती है. गौरतलब है कि Remdesivir को इबोला महामारी के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है.

तीसरे चरण का ट्रायल
इस दर्जे की वजह से कंपनी Gilead Sciences को कई रियायतें मिलेंगी. जैसे सात साल तक बाजार में दवा बनाने का एकाधिकार. साथ ही टैक्स में भी छूट मिलती है जिसका उपयोग दवा को विकसित करने में किया जा सके. कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए बताया है, ‘ Gilead कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए remdesivir पर चल रहे प्रयोगों में वैश्विक स्वास्थ्य संस्थाओं के साथ मिलकर काम कर रही है.’ गौरतलब है कि Gilead ने इस दवा का तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू कर दिया है. remdesivir का प्रभाव जानने के लिए सैंकड़ों बीमारों पर दवा का परीक्षण किया जा चुका है. एक आंकड़े के मुताबिक सामान्य तौर जो दवाएं तीसरे चरण के परीक्षण में जाती हैं, वो सक्सेसफुल रहती ही हैं.

remdesivir के तीसरे चरण के ट्रायल के रिजल्ट अप्रैल महीने में सामने आ जाएंगे. अगर सबकुछ सही रहता है तो कंपनी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग से दवा बाजार में बेचने की अनुमति ले सकती है.

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