Connect with us

Ayodhya

फिल्मों की बढ़ाते हैं शान, वेब सीरीज़ में फूंकते हैं जान लोकेशन किंग विनय मिश्रा 

Published

on

फिल्मों की बढ़ाते हैं शान, वेब सीरीज़ में फूंकते हैं जान लोकेशन किंग विनय मिश्रा

प्रोड्यूसर-डायरेक्टर निखिल आडवाणी , लाइन प्रोड्यूसर सतीश पोद्दार और लोकेशन किंग विनय मिश्रा की रंग लाएगी मेहनत…

* मुंबई डायरी के लोकेशनों को देखकर हिल जाएगा

बड़ी स्क्रीन पर हरियाली से आल्हादित-आच्छादित कोई मनमोहक हसीन वादी हो, सरगमीं तान छेड़ती हवाओं को खामोशी से तकतेे हुए पूरी शान से अपना मस्तक ताने खड़ा कोई गगन चूमता हुआ पहाड़ हो, अपने नीले पानी पर सदके जा रही कलकलाती हुई नदी हो ,समंदर का किनारा हो अथवा अंधेरी रात में रूह कंपकपाती काली सियाह सड़क पर गोलियों की तड़-तड़, धाँय-धाँय या ढिशूम-ढिशूम देखकर सबका कलेजा कंपाने वाला सीन हो…  पर्दे के ऐसे दृश्य तभी ठीक से सार्थक हो पाते हैं जब प्रोडक्शन टीम के साथ लोकेशन की सारी जिम्मेदारी सलीके से उठा रहा 

बेहद टैलेंटेड लोकेशन मैनेजर पास हो और अपनी प्रतिभा को उसने इस कामयाबी के लिए झोंक दिया हो।

वैसे ऐसे चित्ताकर्षक शूट का सारा क्रेडिट अक्सर डायरेक्टर ले जाता है अथवा डी ओ पी। लोकेशन मैनेजर की जिम्मेदारी और मेहनत पर किसी की नजर नहीं पड़ती।पर हासिये पर खड़ा ये शख्स शायद फ़िल्म के लिए उतना ही अहम होता है जितना डायरेक्टर, सिनेमाटोग्राफर या अन्य कोई भी तकनीशियन। ऐसे ही लोकेशन की सारी जिम्मेदारी उठाकर बॉलीवुड की दर्जनों टॉप फिल्मों व वेब सीरीज़ का हिस्सा बनते आए हैं मल्टी टैलेंटेड शख्स … विनय मिश्रा ।

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिलान्तर्गत केराकत के मूल निवासी विनय मिश्रा ने शिक्षा-दीक्षा के उपरान्त पहले कोलकाता का रुख किया था। वहां वे 20-25 बाड़ी का काम देख रहे थे। आय अच्छी थी , बावजूद इसके उनका उस काम मे मन नहीं लग रहा था। उन्हें बार-बार  लगता था कि कोलकाता की बजाय अगर वे मुम्बई जाते हैं तो उनके सपनों की उड़ान को पंख मिलेगा, स्वप्न

साकार होने में मदद मिलेगी। पहले से वे बॉलीवुड में विशेष रुचि रखते थे। एक दिन कोलकाता को आखिरी प्रणाम करके वे मुम्बई आ गए। यहां शुरुवात में एक बड़े व बेहद नामचीन बिल्डर के यहां उन्होंने फ्लैट-शॉप्स को सेल करने का काम शुरू कर दिया। पर उस बिल्डर से उनकी नहीं जमीं। उन्होंने वो काम छोड़ दिया व तय कर लिया कि अब कुछ ऐसा काम करेंगे जो औरों से हटकर भी हो और बेहद खास भी। साथ ही उनके सपनों को पूरा करे।


विनय मिश्रा के एक मित्र ने 2009 में उन्हें एक प्रोड्यूसर से मिलवाया और फिर उन्होंने लोकेशन मैनेजर के रूप में काम शुरू कर दिया। टी वी सीरियल बड़की मलकाइन से वे टी वी की दुनिया में आये। इस सीरियल के बाद सहारा1 की सीरियल पिया का घर के प्रोडक्शन का काम उन्होंने संभाला। इसके तुरंत बाद विनय मिश्रा को एक फ़िल्म मिली – जयंती भाई की लव स्टोरी। इसके बाद तो उनका काम चल निकला था। वे व्यस्त होते चले गए थे। कभी लोकेशन मैनेजर तो कभी लाइन प्रोड्यूसर के रूप में वे बॉलीवुड को अपनी सेवाएं देते रहे।

इसके बाद तो विनय मिश्रा के पास फिल्मों की कतार सी लग गई। अकीरा, सनम रे, हेट स्टोरी जैसी बड़े बजट की फिल्मों को विनय मिश्रा ने न सिर्फ अपनी सेवाएं दीं बल्कि बॉलीवुड में अपने लिए एक खास मकाम भी बना लिया। उन्हें लोकेशन किंग कहा जाने लगा। दर्जनों फिल्मों और अनगिनत वेब सीरीज़ तथा शार्ट फिल्मों को वे अपनी सेवाएं देते रहे। बी एम लोकेशन के नाम से उन्होंने अपनी कम्पनी भी शुरू कर दी जो इस समय दर्जनों फिल्मों व वेब सीरीज़ के लिए लोकेशन व लाइन प्रोड्यूसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही है।

वर्तमान की बात करें तो मल्टी टैलेंटेड विनय मिश्रा वेब सीरीज़ मुम्बई डायरी के लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। प्रोड्यूसर-डायरेक्टर निखिल आडवाणी , लाइन प्रोड्यूसर

सतीश पोद्दार और लोकेशन किंग विनय मिश्रा मुम्बई डायरी के लिए कुछ ऐसा विशेष करने जा रहे हैं जो सबके लिए अजूबा होगा। विनय मिश्रा के दावे के अनुसार इस वेब सीरीज़ के लोकेशन देख हर कोई भीतर तक हिल जाएगा। वेव सीरीज की दुनिया में खलबली मच जाएगी। लोग इस सीरीज के लोकेशन, इसकी कहानी, इसका फिल्मांकन व डायरेक्शन  देख कह उठेंगे मान गए विनय गुरु….। अब देखना ये है कि इस मल्टी टैलेंटेड शख्शियत रखनेवाले मृदुभाषी इंसान के सपने कब व कहाँ तक पूरे हो पाते हैं।

अमित मिश्रा ( मुम्बई ब्यूरो चीफ )

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Ayodhya

अगले 48 घंटों में गिरेगा दो से तीन डिग्री पारा, उत्तर भारत में धूप के बाद भी चलेगी शीतलहर

Published

on

अगले 48 घंटों में गिरेगा दो से तीन डिग्री पारा, उत्तर भारत में धूप के बाद भी चलेगी शीतलहर

मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल कहते हैं कि उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अभी शीत लहर की आशंका जताई जा रही है। हालांकि इसमें पूरा उत्तर भारत नहीं बल्कि पंजाब और हरियाणा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से शामिल हैं। मौसम विभाग का मानना है कि ठंडी हवाओं के चलते गलन भी बढ़ेगी और अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज हो सकती है…

अगले 48 घंटे में उत्तर भारत के सभी इलाकों में न्यूनतम पारा दो से तीन डिग्री के करीब और नीचे गिर जाएगा। जबकि दिल्ली और एनसीआर समेत कुछ हिस्सों में गुरुवार और शुक्रवार को धूप तो निकलेगी, लेकिन गलन वाली ठंड में कोई कमी नहीं होगी। अगले 48 घंटे के भीतर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते मौसम में इस तरीके की तब्दीलियां देखी जा सकती हैं। वहीं कोहरे को लेकर विभाग का अनुमान है कि पिछले हफ्ते की तरह ही इस बार भी लगातार कोहरा पड़ता रहेगा।

Continue Reading

Ayodhya

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगी सोनिया गांधी, खरगे-अधीर ने भी किया किनारा

Published

on

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगी सोनिया गांधी, खरगे-अधीर ने भी किया किनारा

 

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं होंगे।

कांग्रेस के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी है।

Continue Reading

Ayodhya

स्वर्ण कपाटों से सज गया राम मंदिर, पहली तस्वीर आई सामने; 15 जनवरी तक पूरा हो जाएगा ये काम

Published

on

स्वर्ण कपाटों से सज गया राम मंदिर, पहली तस्वीर आई सामने; 15 जनवरी तक पूरा हो जाएगा ये काम

गर्भगृह के बांयी ओर व परकोटे के बगल में कुल मिलाकर दो कपाट लगाए गए। एक सप्ताह के भीतर भूतल के सभी 14 स्वर्ण जड़ित कपाट लगा दिए जाएंगे। 15 जनवरी तक हरहाल में भूतल की तैयारी को अंतिम स्पर्श दिया जाना है। राम मंदिर के तीनों तल को मिलाकर कुल 44 कपाट लगाए जाने हैं। इसमें भूतल पर 18 कपाट हैं लेकिन 14 कपाट स्वर्ण मंडित होंगे।

रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी के बीच मंगलवार को बहुप्रतिक्षित पल आ गया और मंदिर के भूतल में स्वर्ण मंडित कपाट लगाने का क्रम प्रारंभ हो गया। शाम तक दो कपाट लगाए जा सके हैं। हालांकि अभी गर्भगृह के मुख्य द्वार पर स्वर्ण मंडित कपाट नहीं लगाया जा सका।

गर्भगृह के बांयी ओर व परकोटे के बगल में कुल मिलाकर दो कपाट लगाए गए। एक सप्ताह के भीतर भूतल के सभी 14 स्वर्ण जड़ित कपाट लगा दिए जाएंगे। 15 जनवरी तक हरहाल में भूतल की तैयारी को अंतिम स्पर्श दिया जाना है।

राम मंदिर के तीनों तल को मिलाकर कुल 44 कपाट लगाए जाने हैं। इसमें भूतल पर 18 कपाट हैं, लेकिन 14 कपाट स्वर्ण मंडित होंगे। महाराष्ट्र की सागौन की लकड़ी से ये कपाट तैयार किए गए।

बाद में इन पर चढाने के लिए सोने की पत्तल तैयार की गई। कारीगरों का कहना है कि एक सप्ताह के भीतर कपाट लगा दिया जाएगा। एलएंडटी के निदेशक बीके मेहता ने बताया कि स्वर्ण मंडित कपाट लगाना शुरू हो गया है।

Continue Reading
Advertisement

Trending