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जनरेशन सेवियर एसोसिएशन ने करवाया 22वां वार्षिक इंटर स्कूल

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जनरेशन सेवियर एसोसिएशन ने करवाया 22वां वार्षिक इंटर स्कूल पेंटिग मुकाबला तंबाकू के जानलेवा प्रभावों को रंगो से कागजों पर उकेरा ।

(मोहाली 16 अप्रैल) : जनरेशन सेवियर एसोसिशन द्वारा हर साल “ वर्ल्ड नो तंबाकू डे” के उपलक्ष्य में आयोजित किए जाने वाले इंटर स्कूल पेटिंग मुकाबलों का आयोजन इस साल खालसा कॉलेज ऑफ टैक्नालजी एंड बिजनेस स्टडीज,
फेज-3 ऐ में करवाया गया । ज्ञात हो कि संस्था द्वारा पिछले 21 सालों से बच्चों और समाज में तंबाकू के जानलेवा प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए ऐसे मुकाबले करवाऐं जा रहे है । इसी कड़ी में करवाऐ गए 22वें पेंटिग मुकाबले में मोहाली के अलग-अलग स्कूलों से आऐ 500 से भी अधिक बच्चों ने भाग लिया । इस समारोह में बतौर विशेष अतिथि शामिल हुई सिविल सर्जन डा. रीटा भारद्वाज ने कहा कि तंबाकू आज के समय में देश और समाज के लिए सबसे बड़ी
स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक हैं । बच्चों को तंबाकू के जानलेवा प्रभावों के बारे में जागरूक करके आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सकता है । उन्होंने कहा कि तंबाकू हर तरह नशे की शुरूआत के लिए प्रवेशद्वार का काम
करता है क्योंकि जिंदगी में कोई भी व्यक्ति पहला नशा हमेशा तंबाकू का ही करता है । इसलिए अगर तंबाकू को कंट्रोल कर लिया जाऐ तो बाकी के नशों पर भी लगाम लगाई जा सकती है । इस मौके पर संस्था की प्रधान बीबी उपींदरप्रीत
कौर गिल ने कहा कि संस्था आने वाली पीढ़यों को तंबाकू के जानलेवा प्रभावों से बचाने का उदेश्य लेकर दो दशक से भी अधिक समय से पंजाब, हरियाणा और चण्डीगढ़ में तंबाकू कंट्रोल के लिए काम कर रही है । इसी सोच को मद्देनजर
रखकर संस्था की संस्थापक स्व: श्रीमती अमतेशवर कौर ने 1998 में ऐसे पेंटिग मुकाबलों की शुरूआत की थी, ताकि बच्चों को कला के माध्यम से तंबाकू व अन्य प्रकार के नशों के बारे में जागरूक किया जा सके । वहीं संस्था की उपप्रधान
सुरजीत कौर सैनी ने कहा कि देश में हर दिन लगभग 2500 लोगों की मौत तंबाकू से होने वाली बीमारीयों

Generation Saviour Association organizes 22 nd Inter-School Painting Competition

More than 600 students participated in the Inter School On the Spot Drawing

Competition

SAS Nagar, April 16- Generation Saviour Association, an NGO working in area of public health conducted an Inter School drawing competition to mark it’s two month long celebration of World No Tobacco Day. Over 600 students from different schools of tri-city participated in this event. The participants were educated about the ill effects of tobacco particularly cigarettes by the President of the organization Ms Opinder Preet Kaur. Dr Rita Bhardwaj, Civil Surgeon, Mohali felicitated the students for their skills and said, “Every year 5500
children initiative the use of tobacco in India. Competitions like these are a wonderful step towards saving the
future generations from the scourge of tobacco abuse”.
Ms. Harish Kumari, Principal Khalsa College encouraged the students.“Each student should be given sufficient opportunity to grow in life”, she said. Ms Surjeet Kaur, Vice President of the organization said “Every child is an artist. The role of parents and teachers is to nurture their talent so that they can make a difference to the world when they grow up .”
Director Operations, Ms. Manpreet Kaur added, “This competition shall increase awareness level of students about the harmful effects of tobacco on health”.

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Ayodhya

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगी सोनिया गांधी, खरगे-अधीर ने भी किया किनारा

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राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगी सोनिया गांधी, खरगे-अधीर ने भी किया किनारा

 

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं होंगे।

कांग्रेस के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी है।

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Bihar

सूर्य मिशन-आदित्य एल1 लैग्रेंज प्वाइंट में एंटर

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सूर्य मिशन-आदित्य एल1 लैग्रेंज प्वाइंट में एंटर

Aditya-L1: आदित्य एल1 ने दी सूरज के दरवाजे पर दस्तक, ISRO के इतिहास रचने पर पीएम मोदी ने दी बधाई

Aditya L1: सूर्य मिशन-आदित्य एल1 लैग्रेंज प्वाइंट में एंटर हो गया है. लैग्रेंज प्वाइंट वह क्षेत्र है, जहां पृथ्वी और सूर्य के बीच गुरुत्वाकर्षण निष्क्रिय हो जाएगा.

Aditya-L1 mission: Role of seven payloads, scientific goals of the solar mission explained

 

इंडियन स्पेस रिसर्च ओर्गनाइजेशन (ISRO) ने इतिहास रच दिया है. इसरो का पहला सूर्य मिशन-आदित्य एल1 शनिवार (6 जनवरी) को लैग्रेंज प्वाइंट में दाखिल हो गया है. सितंबर 2023 में आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया आदित्य एल1 आज अपनी आखिरी और बेहद जटिल प्रक्रिया से होकर गुजरा.

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “भारत ने एक और माइलस्टोन हासिल किया है. भारत की पहली सोलर ओबजर्वेटरी आदित्य-एल 1 अपनी मंजिल तक पहुंच गई. यह सबसे जटिल अंतरिक्ष मिशनों में से एक को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है. मैं देशवासियों के साथ इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करता हूं. हम मानवता के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाते रहेंगे.”Aditya L1 Launched: इसरो ने रचा नया इतिहास, अब सूर्य की ओर आदित्य की 125 दिन की यात्रा शुरू - isro aditya l1 sun mission successfully launched ssc - AajTak

‘इसरो ने लिखी सफलता की एक और कहानी’
वहीं, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत के लिए यह साल काफी शानदार रहा है. पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में इसरो ने एक और सफलता की कहानी लिखी है. आदित्य एल1 सूर्य से जुड़ो रहस्यों की खोज के लिए अपनी अंतिम कक्षा में पहुंच गया है.

स्पेस क्राफ्ट पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य-पृथ्वी सिस्टम के लैग्रेंज प्वाइंट  (एल 1) के आसपास एक हेलो कक्षा में पहुंच चुका है. एल1 प्वाइंट पृथ्वी और सूर्य के बीच की कुल दूरी का लगभग एक प्रतिशत है. अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंचने के बाद अंतरिक्ष यान बिना किसी ग्रहण के सूर्य को देख सकेगा.

क्या है लैंग्रेज प्वाइंट?
लैग्रेंज प्वाइंट वह क्षेत्र है, जहां पृथ्वी और सूर्य के बीच गुरुत्वाकर्षण निष्क्रिय हो जाएगा. हेलो कक्षा में  एल1 प्वाइंट के चारों ओर सैटेलाइट के जरिए सूर्य को लगातार देखा जा सकता है. इससे वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव के जानकारी मिलेगी.

क्या है इसका उद्देश्य?
इस मिशन का उद्देश्य सौर वातावरण में गतिशीलता, सूर्य के परिमंडल की गर्मी, सूर्य की सतह पर सौर भूकंप, सूर्य के धधकने से जुड़ी गतिविधियों और उनकी विशेषताओं और अंतरिक्ष में मौसम संबंधी समस्याओं को बेहतर ढंग से समझना है.

सूर्य की स्टडी करेगा आदित्य एल1 
आदित्य एल1 मिशन का लक्ष्य सूर्य का अध्ययन करना है. यह मिशन सात पेलोड लेकर गया था, जो अलग-अलग वेव बैंड में फोटोस्फेयर (प्रकाशमंडल), क्रोमोस्फेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपर) और सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) पर रिसर्च करने में मदद करेंगे.Aditya-L1 Mission को मिली बड़ी सफलता, HEL1OS ने ली सोलर फ्लेयर्स की पहली हाई एनर्जी एक्सरे तस्वीर | Jansatta

बता दें कि सूर्य अध्ययन करना काफी चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इसके सतह का तापमान लगभग 9,941 डिग्री फारेनहाइट है. अब तक सूरज के बाहरी कोरोना का तापमान भी मापा नहीं जा सका है. इसी को देखते हुए आदित्य एल1 पृथ्वी और सूर्य के बीच की कुल दूरी के लगभग एक प्रतिशत दूरी 15 लाख किलोमीटर पर मौजूद एल1 की पास की कक्षा में स्थापित किया गया है.

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Acident

कार्गो शिप से मार्कोस कमांडो ने 15 भारतीयों को सुरक्षित निकाला, जहाज को समुद्री लुटेरों ने किया था किडनैप

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कार्गो शिप से मार्कोस कमांडो ने 15 भारतीयों को सुरक्षित निकाला, जहाज को समुद्री लुटेरों ने किया था किडनैप
मरीन कमांडो मार्कोस ऑपरेशन के लिए तैयार हैंसोमालिया के पास हाइजैक हुए जहाज को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, जहाज पर सवार भारतीय दल सुरक्षित है और मरीन कमांडो मार्कोस का ऑपरे

‘एमवी लीला नॉरफॉक’ नाम के इस जहाज के हाईजैक होने की जानकारी गुरुवार शाम को मिली थी. सोमालिया के तट के पास अगवा किए गए इस जहाज पर लाइबेरिया का झंडा

लगा. भारतीय नौसेना के विमान जहाज पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
जहाज पर मौजूद सभी 21 चालक दल के लोग सुरक्षित
उत्तरी अरब सागर में एमवी लीला नॉरफ़ॉक के अपहरण के प्रयास पर भारतीय नौसेना की त्वरित गति से कार्रवाई की. जहाज पर सवार सभी 21 चालक दल (15 भारतीयों सहित) को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया
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